जीवन के अनुभव का भजन
सारी दुनिया तेरी रोशनी की पनाह
में आती
I
(सारी दुनिया की रोशनी) दर्द-ओ-ग़म से कराहती इंसानियत को तेरे आग़ोश में आकर दुलार
मिलता है, तेरी झूलती-सी मज़बूत, फैली बाहें, तेरी
चमकती, मुस्कुराती-सी निगाहें! तेरे प्यार और करुणा में बंधे हम, तेरा दमकता-उभरता चेहरा, नज़र आता है सदियों से बिगड़ी दुनिया में अब, तेरी रोशनी की, किरण नज़र, आने लगी
है, बुराई और पतन से तिल-तिल मरती दुनिया अपने मुक्तिदाता को फिर से बुलाने लगी है।
तेरे आने से आये उम्मीद-ओ-करार और ख़त्म हो हज़ारों साल का इंतज़ार! इंतज़ार!
II
दर्द-ओ-ग़म से कराहती इंसानियत
को तेरे आग़ोश में आकर दुलार मिलता है, तेरी झूलती-सी मज़बूत, फैली बाहें, तेरी चमकती, मुस्कुराती-सी निगाहें! बुराई और पतन से तिल-तिल मरती दुनिया अपने मुक्तिदाता को
फिर से बुलाने लगी है। बुराई और पतन से तिल-तिल मरती दुनिया अपने मुक्तिदाता को फिर
से बुलाने लगी है। तेरे आने से आये उम्मीद-ओ-करार ख़त्म हो हज़ारों साल का इंतज़ार! और
इंतज़ार! सारे जहां को पुकारती तेरी रोशनी, रोशनी
सारी बुराइयों की ग़ुलामी से आज़ाद तेरी रोशनी आज़ाद होंगे हम अंधेरों से सदा के लिये
आज़ाद होंगे "तेरी जय-जयकार करने सदा के लिये!" सारे जहां को पुकारती तेरी
रोशनी, रोशनी सारी बुराइयों की ग़ुलामी से आज़ाद तेरी रोशनी आज़ाद होंगे हम अंधेरों से सदा
के लिये आज़ाद होंगे "तेरी जय-जयकार करने सदा के लिये!" और मरती हमारी दुनिया, बचा लो हमें मुक्तिदाता, पुकारने लगी है। आज़ाद होंगे हम अंधेरों से
सदा के लिये आज़ाद होंगे "तेरी जय-जयकार करने सदा के लिये!" (सारी दुनिया
की रोशनी) (सारी दुनिया की रोशनी) (सारी दुनिया की रोशनी) (सारी दुनिया की रोशनी)
मेमने का अनुसरण करना और नए गीत
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