होउ ज़ींगके (सार्वजनिक सुरक्षा केंद्र का प्रमुख): हान लू, तुम्हें पता होना चाहिए कि कम्युनिस्ट पार्टी एक नास्तिक पार्टी है और इसकी शुरुआत क्रांति से हुई। कम्युनिस्ट पार्टी परमेश्वर और परमेश्वर के वचन की सबसे बड़ी विरोधी है। जो सत्य तुम लोग स्वीकार करते हो और वो मार्ग जिस पर तुम लोग चलते हो, कम्युनिस्ट पार्टी उससे बहुत नफरत करती है। तुम लोग कम्युनिस्ट पार्टी के लिए आँख का काँटा और दुःख देनेवाले हो।
इसलिए, कम्युनिस्ट पार्टी तुम लोगों को कठोरता से दबाएगी, सजा देगी, और तुम लोगों पर प्रतिबंध लगाएगी! चीन में, जब तुम लोग परमेश्वर में विश्वास करते हो, तुम लोगों को कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व का पालन करना होगा, कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त मोर्चे को स्वीकार करना, थ्री सेल्फ़ चर्च में शामिल होना होगा, और देश तथा धर्म के लिए प्रेम का मार्ग चुनना होगा। इसके अलावा, और कोई रास्ता नहीं है। क्या तुमने इन मामलों को देखा है?
इसलिए, कम्युनिस्ट पार्टी तुम लोगों को कठोरता से दबाएगी, सजा देगी, और तुम लोगों पर प्रतिबंध लगाएगी! चीन में, जब तुम लोग परमेश्वर में विश्वास करते हो, तुम लोगों को कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व का पालन करना होगा, कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त मोर्चे को स्वीकार करना, थ्री सेल्फ़ चर्च में शामिल होना होगा, और देश तथा धर्म के लिए प्रेम का मार्ग चुनना होगा। इसके अलावा, और कोई रास्ता नहीं है। क्या तुमने इन मामलों को देखा है?
हान लू (एक ईसाई): चीफ हौ, आपने कहा था परमेश्वर में विश्वास वास्तविकता और राज्य व्यवस्था पर आधारित होना चाहिए, क्या यह एक सही तर्क है? जब किसी ने जीवन का सही मार्ग चुन लिया है, उसे मुश्किलों और असफलताओं की परवाह किये बगैर उस पर बने रहना चाहिए। सच्चाई पाने और सार्थक जीवन जीने का यही एकमात्र तरीका है। परमेश्वर के विश्वासियों के रूप में, जो मार्ग हम अपनाते हैं वही जीवन का सही मार्ग है, लेकिन आप चाहते हैं कि हम कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त अग्रिम मोर्चे को स्वीकार करें और थ्री सेल्फ़ चर्च में शामिल हो, यह सोच कहाँ से आयी है? आप जानते हैं कि थ्री सेल्फ़ चर्च पूरी तरह चीनी कम्युनिस्ट सरकार द्वारा नियंत्रित है, जिसके पादरी सरकार द्वारा नियुक्त किये जाते हैं, कलीसिया बाइबल के शुद्ध सत्य, आध्यात्मिक जीवन के मार्ग और प्रकाशितवाक्य की भविष्यवाणी को सिखाने की अनुमति नहीं देता है। यह परमेश्वर से प्रेम करने और उनकी आज्ञा का-पालन करने के बारे में बात करने की अनुमति नहीं देता है। यह सिर्फ देश और कलीसिया को प्यार करने, संपत्ति जुटाने, लोगों को फायदा पहुँचाते हुए परमेश्वर का गुणगान करने के बारे में बात करने की अनुमति देता है, और जो सत्ता में हैं उनकी आज्ञा का-पालन करने के बारे में बात करने की अनुमति देता है। यह परमेश्वर में विश्वास करना कैसे हुआ? क्या इस तरह से सच्चाई प्राप्त की जा सकती है? परमेश्वर में हमारा विश्वास सत्य का अनुसरण करने के लिए है, हमारे भ्रष्ट स्वभाव को छोड़ने के लिए है, और सत्य और मानवता के साथ एक ऐसा व्यक्ति बनने के लिए है, जो परमेश्वर का उद्धार और खुशहाल मंजिल प्राप्त कर सके। अगर हम कम्युनिस्ट पार्टी की आवश्यकताओं के अनुसार थ्री सेल्फ़ चर्च के देश और कलीसिया के प्रति प्रेम के गलत मार्ग का अनुसरण करते हैं तो हम सच्चाई को प्राप्त करने और अपने भ्रष्ट स्वभाव को छोड़ने में सफल नहीं हो पायेंगे। तब भी हम परमेश्वर का उद्धार कैसे प्राप्त कर सकेंगे? इसलिए, कम्युनिस्ट पार्टी उन लोगों को नियंत्रित करना चाहती है, जो परमेश्वर में विश्वास करते हैं हमें पूरी तरह कम्युनिस्ट पार्टी की आवश्यकताओं के अनुसार परमेश्वर में विश्वास करवाने के लिए। यह स्वीकार्य नहीं है। यह धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप कर रहा है, एक तरह से, आत्माओं की धीमी हत्या कर रहा है।
हान लू: क्या मैंने सच नहीं कहा? कम्युनिस्ट पार्टी एक शैतानी शासन है जो सत्य की सबसे बड़ी शत्रु और परमेश्वर की विरोधी है। कम्युनिस्ट पार्टी ने बाइबल और परमेश्वर के वचन की किताबों को कुपंथी प्रकाशन बताकर, ईसाई धर्म की एक कुपंथ के रूप में निंदा की। विदेश से उपहार में मिली बाइबल की किताबों को समुद्र में फेंक दिया गया। ईसाईयों के हाथों से बाइबल की अनगिनत प्रतियों को जब्त करके नष्ट कर दिया गया। क्या आप ये सच्चाई स्वीकार करते हैं? कोई भी इस सच्चाई से इनकार करने की हिम्मत नहीं कर सकता। यहाँ तक कि कम्युनिस्ट पार्टी के आप जैसे कई अधिकारियों ने धार्मिक समुदाय में पादरियों तक को नियुक्त किया और कलीसिया के मामलों में हस्तक्षेप किया। यह बहुत अनुचित है! जो लोग परमेश्वर में विश्वास करते हैं, वे केवल सच्चाई का अनुसरण करना, एक सच्चे व्यक्ति की तरह रहना और एक सार्थक जीवन जीना चाहते हैं। आप लोग उन्हें भी नहीं छोड़ेंगे। जो लोग परमेश्वर में विश्वास करते हैं आप लोग उनके लिए परेशानी पैदा करते हैं, कलीसिया के लिए ज़िंदगी मुश्किल बनाते हैं, कलीसिया के खिलाफ अफवाहें बनाते हैं, परमेश्वर के मासूम विश्वासियों के खिलाफ आरोप गढ़कर उन्हें जेल भेजते हैं, और कलीसिया पर प्रतिबंध लगाने और उन्हें पूरी तरह नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। क्या आपको नहीं लगता कि इसमें मानवीय शिष्टाचार है ही नहीं?
होउ ज़ींगके: क्या तुम्हें लगता है कि तुम लोग जो कि परमेश्वर पर विश्वास करते हो मैं उन्हें सताना चाहता हूँ? यह कम्युनिस्ट पार्टी की नीति है। केन्द्रीय समिति के गुप्त दस्तावेज़ों के आधार पर सरकार के सभी स्तरों को ऐसा करना होगा। यह मेरे हाथों में नहीं है। मुझे पता है कि तुम विश्वासी लोग न तो राजनीति करते हो और न ही कोई अपराध। लेकिन जिस तरह से तुम लोग परमेश्वर में विश्वास करते हो और लगातार सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को फैलाते हो और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की गवाही देते हो इसका चीन में बहुत ही ज्यादा असर पड़ता है। तुम लोगों की सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया अलग-अलग सम्प्रदाय के लोगों को बढ़ती हुई भारी संख्या में ले आयी है। इसी लिए कम्युनिस्ट पार्टी को तुम लोगों को बुरी तरह से दबाना और गिरफ्तार करना ही पड़ता है। देखो, कम्युनिस्ट पार्टी बर्बरता के साथ थ्री सेल्फ़ कलीसिया पर क्यों नहीं टूट पड़ती? क्योंकि, थ्री सेल्फ़ कलीसिया आज्ञा का पालन करता है और सरकार की सुनता है, तुम लोगों की तरह नहीं जो कि सुर्ख़ियों में बने रहने वाले तरीके से सुसमाचार को फैलाते हो और परमेश्वर की गवाही देते हो। इसीलिए, कम्युनिस्ट पार्टी थ्री सेल्फ़ कलीसिया के कामकाज पर ध्यान नहीं देती है। तुम लोग मुझे बताना चाहते हो कि तुम लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं? जब कम्युनिस्ट पार्टी तुम लोगों को दबाना और गिरफ्तार करना चाहती है, तो क्या उसके पास बहानों और कारणों की कोई कमी होगी? उसे सिर्फ कुछ तथ्यों को गढ़ने और तुम लोगों की एक कुपंथ-संघटन के रूप में निंदा करने की ज़रूरत होगी। ताकि तुम लोगों के दमन को सही ठहराया जा सके। कम्युनिस्ट पार्टी की आवाज़ तुम लोगों से बहुत ज्यादा बुलंद है, बहुत से लोग कम्युनिस्ट पार्टी की ही सुनते हैं। इसीलिए तुम लोगों को ये दर्द और कष्ट झेलने ही होंगे। कम्युनिस्ट पार्टी तुम लोगों के खिलाफ कुछ जाली मुकदमे बनाती है, तुम लोगों की निंदा करने के लिए अपने मीडिया का इस्तेमाल करती है, और यहाँ तक कि यह पश्चिमी मीडिया को पैसा देकर सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया पर हमले भी करवाती है। ये सारी बातें सच हैं। तुम सब लोगों का आक्रोश और विरोध व्यर्थ है। कलीसियाओं को प्रतिबंधित करने के मकसद को पूरा करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी का यह करना अनिवार्य है। तुम लोगों से किसने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी का विरोध करो!
"विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" नामक फ़िल्म की पटकथा से
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