परमेश्वर के दैनिक वचन "सात गर्जनाएँ—भविष्यवाणी करती हैं कि राज्य के सुसमाचार पूरे ब्रह्माण्ड में फैल जाएंगे" (अंश 2)
मैंने अपनी महिमा इस्राएल को दी और फिर वापस ले ली, और फिर इस्राएलियों को, और सम्पूर्ण मानवता को पूर्व में ले आया। मैं उन सभी को रोशनी में ले आया ताकि वे फिर से एक हो सकें, और इसकी संगति में रह सकें, तथा उन्हें और खोज न करनी पड़े। मैं उन सभी को फिर से रोशनी देखने दूंगा जिन्हें इसकी तलाश है और अपनी वह महिमा देखने दूंगा जो इस्राएल में थी; मैं उन्हें देखने दूंगा कि मैं बहुत पहले सफेद बादलों पर सवार होकर लोगों के बीच आ गया हूं, अनगिनत सफेद बादल और पर्याप्त मात्रा में फलों के गुच्छे, और तो और, इस्राएल के यहोवा परमेश्वर को भी देखने दूंगा। मैं उन्हें यहूदियों के मालिक, चिर-इच्छित मसीह, और अपना पूर्ण प्रकटन देखने दूंगा, जिसे शासक पूरे युगों के दौरान सताते रहे हैं। मैं पूरे विश्व पर कार्य करूंगा, मैं महान कार्य करूंगा और अंत के दिनों में लोगों को अपनी सारी महिमा और सारे कर्म दिखाऊंगा। जिन्होंने बरसों मेरी प्रतीक्षा की है, जिन्होंने मेरे सफेद बादलों पर सवार होकर आने की इच्छा की है, इस्राएल को, जिसने फिर से मेरे प्रकट होने की कामना की है, और उस सारी मानवता को, जिसने मुझे सताया है, उन्हें मैं समग्र पूर्णता में अपनी महिमामयी मुखाकृति दिखाऊंगा, ताकि उन सभी को पता चल सके कि मैं बहुत पहले ही पूर्व में अपनी महिमा ले आया हूं, और यह अब यहूदिया में नहीं है। क्योंकि अंत के दिन पहले ही आ चुके हैं!
पूर्ण ब्रह्माण्ड में मैं अपना कार्य कर रहा हूं, और पूर्व में गर्जना करते हुए धमाके निरंतर होते हैं और सभी सम्प्रदायों और पंथों को हिला देते हैं। मेरी वाणी ने सभी लोगों को वर्तमान में लाने में अगुवाई की है। मैं अपनी वाणी से सभी लोगों को जीत लूंगा, ताकि वे इस धारा में आएं, मेरे सामने नतमस्तक हों, क्योंकि मैंने बहुत पहले अपनी महिमा सारी धरती से वापस ले ली है और इसे नए रूप में पूर्व में जारी कर दिया है। ऐसा कौन है जो मेरी महिमा नहीं देखना चाहता? कौन है जिसे उत्सुकता से मेरी वापसी की प्रतीक्षा नहीं है? कौन है जिसे मेरे पुन: प्रकटन की प्यास नहीं है? कौन है जिसे मेरी मनोरमता की अभिलाषा नहीं है? कौन है जो रोशनी में नहीं आना चाहेगा? कौन है जो कनान की समृद्धि नहीं देखना चाहेगा? कौन है जो उद्धारक के लौटने की इच्छा नहीं रखता? कौन है जो महान सर्वशक्तिमान की आराधना नहीं करता? मेरी वाणी समस्त धरती पर फैल जाएगी; मैं चाहता हूं कि मैं अपने पसंदीदा लोगों के सामने अपने अधिक वचन व्यक्त करूं। भयंकर गर्जना की तरह जो पर्वतों और नदियों को हिलाकर रख देती है, मैं अपने वचन पूर्ण ब्रह्माण्ड और मानवता के सामने बोलता हूँ। अत: मेरे मुख के वचन इंसान के लिए खज़ाना बन गए हैं, और सभी लोग मेरे वचनों को संजोकर रखते हैं। बिजली पूर्व से लेकर पश्चिम तक चमकती है। मेरे वचन ऐसे हैं कि इंसान इन्हें त्यागना नहीं चाहता और साथ ही उन्हें कल्पना से परे पाता है, लेकिन उसमें भरपूर आनंद लेता है। किसी नवजात शिशु की तरह, लोग मेरे आगमन की खुशियां और आनंद मना रहे हैं। अपनी वाणी के ज़रिए मैं सभी लोगों को अपने सामने लाऊंगा। उसके बाद, मैं औपचारिक रूप से इंसानी नस्ल में प्रवेश करूंगा ताकि वे आकर मेरी आराधना करें। उस महिमा के साथ जो मुझसे प्रसारित होती है और उन वचनों के साथ जो मेरे मुख में हैं, मैं इसे ऐसा बनाऊंगा कि सभी लोग मेरे सामने आएं और देखें कि बिजली पूर्व से चमकती है और मैं पूर्व के "जैतून के पर्वत" पर्यंत अवतरित हो चुका हूं। वे देखेंगे कि मैं बहुत पहले से ही इस धरती पर हूं, यहूदियों का पुत्र होकर नहीं बल्कि पूर्व की बिजली होकर क्योंकि मैं बहुत पहले ही पुनर्जीवित हो चुका हूं, और लोगों के बीच से जा चुका हूं, और लोगों के बीच पुन: अपनी महिमा के साथ प्रकट हुआ हूं। मैं वो हूं जिसे अनंत युगों पहले पूजा जाता था, और मैं वो शिशु भी हूं जिसे अनंत युगों पहले इस्राएलियों द्वारा त्याग दिया गया था। इसके अलावा, मैं आज के युग का सर्व-महिमामय सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूं! सभी मेरे सिंहासन के समक्ष आओ और मेरी महिमामयी मुखाकृति का अवलोकन करो, मेरी वाणी सुनो, और मेरे कर्मों को देखो। यही मेरी इच्छा की समग्रता है; यही मेरी योजना का अंत और चरम है, तथा मेरे प्रबंधन का प्रयोजन है। सभी देश मेरी आराधना करें, सभी जिह्वा मुझे स्वीकृति दें, हर व्यक्ति मुझमें निष्ठा रखे, और प्रत्येक व्यक्ति मेरी प्रजा बने!
— "सात गर्जनाएँ—भविष्यवाणी करती हैं कि राज्य के सुसमाचार पूरे ब्रह्माण्ड में फैल जाएंगे" से उद्धृत
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