क्या परमेश्वर में विश्वास रखने वाले वास्तव में अपने परिवारों की परवाह नहीं करते?

मा झिजुन (राष्ट्रीय सुरक्षा ब्रिगेड का उप-कप्तान): मेरे साथ सहयोग करो, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया में तुम्‍हारा काम क्‍या है? क्‍या तुम एक बड़ी अगुवा हो? तुम्‍हारे अगुवा कौन हैं?

लैंग शिन (राष्ट्रीय सुरक्षा ब्रिगेड का कप्तान): ये मत समझना कि अगर तुम नहीं बताओगी तो हमें पता नहीं चलेगा! सच बात बताऊँ, चियांग चिन्यी। हम तीन महीने से तुम्‍हारी खोजबीन और निगरानी कर रहे हैं। हम तुम्‍हारे बारे में सब कुछ जानते हैं। तुम एक प्रांतीय अखबार की पत्रकार हुआ करती थी और अब तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की एक बड़ी अगुवा हो। सही है ना?
जियांग शिनयी (एक ईसाई): मैं दुनिया में जो भी काम करती हूं और कलीसिया में जो भी फ़र्ज़ निभाती हूँ, क्या वह कानून के खिलाफ है? क्या राष्ट्रीय संविधान में साफ़ तौर पर धर्म की आज़ादी तय नहीं की गई है? मेरा विश्वास उचित और न्यायसंगत है। आपको मुझ पर नज़र रखने और पूछताछ करने का क्या हक है? परमेश्वर में विश्वास रखनेवालों को गिरफ्तार करने का अधिकार आपको किसने दिया?
ईसाई धर्म,सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया
लैंग शिन: कैसा अधिकार? कान खोलकर सुन लो। चीन में, परमेश्वर पर विश्वास करना पहले से ही एक कानूनन अपराध है! तुम्‍हें अच्छे से समझ लेना चाहिए कि चीन में, खुला संविधान सीसीपी की नीतियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। परमेश्वर में तुम्‍हारा विश्वास संविधान के अनुरूप हो सकता है, लेकिन यह सीसीपी की नीतियों का उल्लंघन करता है। इसलिए यह एक अपराध है। कम्युनिस्ट पार्टी की नीति ही असली कानून है! और तुम मुझे कहना चाहती हो कि तुम इसे जानती नहीं? कम्युनिस्ट पार्टी एक नास्तिक पार्टी है। नास्तिकता और आस्तिकता मूल रूप से एक दूसरे के विपरीत हैं। क्या सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी लोगों को परमेश्वर पर विश्वास करने की इजाज़त दे सकती है?
जियांग शिनयी: ब्रह्मांड की हर वस्तु की तरह, मनुष्य की रचना भी परमेश्वर ने की है। परमेश्वर हर चीज़ पर शासन करते हैं, मनुष्यों पर भी। इसलिए मनुष्य का परमेश्वर पर विश्वास करना सही और उचित है। चीनी लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता से वंचित रखने का सीसीपी को क्या अधिकार है? धार्मिक विश्वास रखनेवाले लोगों को जीवन के अधिकार से वंचित रखने का अधिकार उन्हें किसने दिया? चीन की धरती में परमेश्वर पर विश्वास रखनेवाले लोगों को रहने की अनुमति क्यों नहीं है?
लैंग शिन: चियांग चिन्यी, मैं तुम्‍हें हालात को समझने की सलाह देता हूँ। तुम्‍हें यह पता होना चाहिए कि सीसीपी सबसे अधिक नफरत परमेश्वर के प्रकटन और उनके कार्य से, और तुम लोगों जैसे परमेश्वर के सभी विश्वासियों से करती है, खासकर बाइबल और वचन देह में प्रकट होता है पुस्तक के सत्‍य से। ये वे दो किताबें हैं जिनसे सीसीपी सबसे ज्‍़यादा नफरत करती है। इन दो पुस्तकों के बिना, परमेश्वर पर विश्वास करनेवालों का कोई अस्तित्व नहीं होगा। सामान्य लोग सीसीपी का पालन करेंगे। इसी वजह से सीसीपी विश्वासियों की कट्टर विरोधी है! चीन में, परमेश्वर पर विश्वास करने का कोई मतलब नहीं है, खासकर तुम जैसे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के लोग जो यीशु के विश्‍वासियों से ज्‍़यादा दुस्साहसी तरीके से परमेश्वर की तारीफ करते हो और उनकी गवाही देते हो। सिर्फ इसी एक बात के लिए, कम्युनिस्ट पार्टी को तुम्‍हारे साथ कठोरता से निपटना पड़ता है। जब तुम लोग छिपकर घरों में इकठ्ठा होते हो, तब सीसीपी उप-जिला कार्यालयों, ग्राम समितियों और आस-पास के लोगों को तुम पर नज़र रखने के लिए कहती है, और तुम्‍हें गिरफ्तार करने के लिए तैयार रहती है। तुम लोगों के बीच जो ज़्यादा प्रभावशाली हैं, उनका पीछा करने और सही समय पर पक्की खुफ़िया खबर देने के लिए, तुम्‍हारी बैठकों और मुलाकातों के वक्‍त उनको हिरासत में लेने के लिये हमने समर्पित कर्मचारी नियुक्‍त किये हैं। जब तुम अपने घरों को छोड़कर दूसरे देशों में भाग जाते हो, तब सीसीपी वारंट जारी करके तुम्‍हारी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित करती है। आज नहीं तो कल तुम्‍हें गिरफ्तार कर ही लिया जायेगा। तुम्‍हारे विदेश भाग जाने पर भी, किसी भी कीमत पर तुम्हारा प्रत्यर्पण करके, तुम्हें यातनायें देने और कैद में डालने के लिये सरकार राजनैतिक साधनों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। सीसीपी धार्मिक विश्वास को दबाने के लिए इतना जनबल, वक्‍त, और धन खर्च करने के लिए तैयार क्यों है? इसका लक्ष्य सभी धर्मों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा कर उन्‍हें खत्‍म करके, तुम जैसे परमेश्वर पर विश्वास करनेवाले सभी लोगों का पूरा विनाश और जड़ से सफाया करना है! "जब तक पूरी पाबंदी नहीं हो जाती, तब तक दल को वापस नहीं बुलाया जाएगा!" परमेश्वर के कार्य और परमेश्वर की कलीसिया का पूरा विनाश करते हुए, चीन में एक नास्तिक सत्‍ता का निर्माण करना ही कम्युनिस्ट पार्टी की धार्मिक नीति है! हूं! यह सब जानने के बाद, क्या तुम में अभी भी सीसीपी से कारण और कानून के बारे में बात करने की हिम्मत हैं? अब जबकि मैंने तुमको कम्युनिस्ट पार्टी कर नीति के बारे में सब कुछ बता दिया है, तो तुम्‍हें इस बारे में कैसा लग रहा है? क्या अभी भी कुछ ऐसा है जो तुम जानती या समझती नहीं?
जियांग शिनयी: आपने जो भी बताया है, उसे मैं अच्छी तरह समझ गई हूँ। आख़िरकार, सीसीपी का ईसाइयों को पागलों की तरह दबाना, गिरफ्तार करना और अत्याचार करना, धार्मिक विश्वासों को पूरी तरह से ख़त्म करने और चीन में एक नास्तिक सत्‍ता क्षेत्र तैयार करने के लिए है। क्या आपको लगता है कि ऐसा संभव है? क्या आपने कभी किसी देश को नास्तिक सत्‍ता क्षेत्र बनते देखा है? पूरी दुनिया में कहीं भी नहीं। दुनिया की कोई भी मौजूदा ताकत लोगों के धार्मिक विश्वासों को ख़त्म नहीं कर सकती। जिन देशों में कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में है, वहाँ वे हमेशा धार्मिक विश्वास पर पाबंदी लगाना चाहते रहे हैं। क्या वे सफल हुए? वे ना सिर्फ असफल हुए, बल्कि परमेश्वर के विश्वासियों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। यह सब किसलिए है? यह साबित करता है कि परमेश्वर सबका मालिक है। सभी कार्यों को परमेश्वर की आत्मा ही करती है! क्या मनुष्य इस पर पाबंदी लगा सकता है? सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "संसार में जो कुछ भी होता है, उसमें से ऐसा कुछ भी नहीं है जिस पर मेरा निर्णायक प्रभाव न हो। ऐसा क्या मौजूद है जो मेरे हाथों में नहीं? जो कुछ मैं कहता हूँ वही होता है, और मनुष्यों के बीच ऐसा कौन है जो मेरे मन को बदल सकता है? …मेरी योजना में कोई भी चीज़ बाधा नहीं डाल सकती" (वचन देह में प्रकट होता है)। अगर सत्ताधारी पार्टी परमेश्वर के विरोध में कार्य करती रही, तो क्या वह स्वर्गिक और प्राकृतिक व्यवस्था के खिलाफ़ नहीं जा रही?
मा झिजुन: बहुत हुआ! अभी हम तुमसे पूछताछ कर रहे हैं और तुम उल्टा हमसे ही सवाल करना चाहती हो? जिस तरह से तुम बात कर रही हो, इससे साबित होता है कि तुम ज़रूर कलीसिया की अगुवा हो, एक बड़ी अगुवा हो! अगर तुम सताया जाना नहीं चाहती तो अच्छा होगा कि हमें सब कुछ बताना शुरू करो!
लैंग शिन: मैं तुम्‍हें आगाह कर रहा हूँ, आज हम तुम्‍हें मौका दे रहे हैं कि तुम सब कुछ बता दो तुम्‍हारी नेता कौन है और कलीसिया का पैसा कहाँ हैं। अपनी गलतियों को सुधारने का तुम्‍हारे पास यही एक मौका है। अगर तुम इस विशेष सुविधा को ठुक्राओगी और हमें ईमानदारी से सब बताने से मना करोगी, तो यहाँ से जिंदा बच निकलने की उम्मीद छोड़ दो!
एक युवा पुलिसकर्मी प्रवेश करता है और पूछताछ टेबल के सामने खड़े लैंग शिन को एक पेपर फ़ाइल देता है।
पुलिस: कप्तान लंग। (लैंग शिन फ़ाइल खोलता है, तस्वीरों का एक पुलिंदा निकालता है, और उन पर एक सरसरी नज़र डालता है। बगल में खड़ा मा झिजुन भी तस्वीरों को देखता है।)
लैंग शिन: इन तस्वीरों को देखिये। (सामने रखी तस्वीरों को देखकर जियांग शिनयी के माथे पर बल पड़ जाते हैं। लैंग शिन हंसकर एक तस्वीर उठाता है जिसमें जियांग शिनयी पार्क में एक बहन के साथ बात करती नज़र आ रही है, और उसे यह तस्वीर दिखाता है।) ये कौन है? नाम क्या है इसका? क्या ये तुम्‍हारी अगुवा है?
जियांग शिनयी: ये मेरी दोस्त है। क्या पार्क में दोस्त के साथ बातें करना भी गुनाह है?
लैंग शिन: बताओ! क्या इस तस्वीर में यह महिला वही है जिसे तुमने फोन पर "बहन" बुलाया था? क्या तुमने उससे परमेश्वर के वचन की 2,000 पुस्तकों की मांग नहीं की थी?
मा झिजुन: तुमको क्या लगा कि एक दूसरे से छुपकर संपर्क करके और फोन पर संकेतों में बात करके, तुम हमसे बच निकल सकती हो। तुमने पुलिस को कम करके आंका! निगरानी करने और छिपकर बातें सुनने के लिए हम जिन उपकरणों का उपयोग करते हैं, वे अमेरिका से मँगवाये जाते हैं, जो दुनिया के सबसे उन्नत उपकरण हैं। चाहे तुम फोन पर कैसे भी बात करो, हम तुम्‍हारी आवाज़ों को पहचान कर पता लगा सकते हैं कि तुम लोग गुप्‍त भाषा में बातें कर रहे हो। यहाँ तक कि तुम जिन संकेतों में अक्सर बात करती हो, उन्हें भी हम अच्छे से जानते हैं। तुम अभी भी हमारी नज़रों से बचना चाहती हो? कोई गुंजाइश नहीं! अब हम तुमको मौका दे रहे हैं कि तुम हमें सब बताने में पहल करो। अगर तुम साफगोई से सब कुछ बता दोगी तो तुमसे नरमी बरती जायेगी। अगर तुम जि़द पर अड़कर इसका विरोध करती हो, तो क्रूरता के लिए हम पर इल्‍ज़ाम न लगाना। अत्याचार करने के हमारे उपकरण कोई घास-फूस के औजार नहीं हैं। हमारे हाथों से, बंद ज़बानें खुल जाती हैं और चाहे कैसे भी अकड़ी हुई गर्दन हो, वो झुककर हमारी इच्छा के मुताबिक काम करने लगती है।
जियांग शिनयी: आपके निगरानी करनेवाले उपकरण बेशक बहुत उन्नत हैं, लेकिन आप परमेश्वर के कार्य में रूकावट डाल कर उसे रोकने और ईसाइयों को गिरफ्तार करने के लिए इनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। परमेश्वर पर विश्वास करनेवालों ने कौन सा कानून तोड़ा हैं? मानव जाति को बचाने के लिए परमेश्वर के देहधारण से क्या अपराध हुआ है? आप क्यों हमेशा मनुष्य का उद्धार करने के परमेश्वर के कार्य को रोकना चाहते हैं? किस देश में पुलिस, आप लोगों की तरह परमेश्वर पर विश्वास करनेवालों पर नज़र रखती है? आपने दुनिया के सबसे आधुनिक, निगरानी करनेवाले उपकरण खरीदने के लिए इतना पैसा खर्च किया ताकि आप ईसाइयों की निगरानी और पीछा कर उन्हें गिरफ्तार कर सकें, क्या यह सब क़ानूनी है? अगर कम्युनिस्ट पार्टी देश पर क़ानूनी तौर से शासन करती और मानवाधिकारों का सम्‍मान करती, तो क्या परमेश्वर पर विश्वास करनेवालों को फोन पर संकेतों में बात करने की ज़रूरत होती? क्या चीनी कम्युनिस्ट सरकार ऐसा व्‍यवहार करने के लिये मज़बूर नहीं कर रही? चीनी कम्युनिस्ट सरकार सिर्फ दरिंदगी से नागरिकों के धार्मिक विश्वास के अधिकारों का उल्लंघन करती है और परमेश्वर पर विश्वास करनेवालों को जीवन के अधिकार से वंचित करती है, फिर उन्‍हें कानून के उल्लंघन और सामाजिक व्यवस्था में बाधा डालने के आरोप में अपराधी सिद्ध करती है। क्या यह सच को झूठ और झूठ को सच साबित करने और उल्टा चोर कोतवाल को डांटने जैसी बात नहीं है? आप मुझे बताइए कि हम कानून का उल्लंघन कर रहे हैं या आप?
लैंग शिन: तुम जो कुछ कह रही हो उससे साफ पता चलता है कि तुम अभी भी कम्युनिस्ट पार्टी को समझ नहीं पायी हो। सीसीपी परमेश्वर और परमेश्वर के कार्य के इतने खिलाफ़ क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि तुम जैसे ईसाई सिर्फ परमेश्वर के वचनों पर विश्वास करते हैं, सीसीपी पर नहीं। सीसीपी की नज़रों में, तुम दुश्मन हो! तुम सीसीपी की नीतियों का उल्लंघन करती हो, जो अपराध करने से भी ज़्यादा गंभीर है! पिछली धारणाओं को ध्यान में रखते हुए, इसे क्रांति-विरोधी मामला माना जाना चाहिए, भले ही क्रांति-विरोधी धारणाओं को मिटा दिया गया है। चूंकि तुम सीसीपी की नीति का उल्लंघन करती हो, इसलिए तुम सीसीपी क्रांति का निशाना हो। सीसीपी तुम पर पूरी तरह रोक लगाकर तुम्‍हें नष्ट कर देगी। मेरी बात समझ में आ रही है या नहीं?
जियांग शिनयी: आपने जो कुछ भी कहा, वह सब कुछ स्पष्ट करता है और अब मैं सीसीपी को समझ रही हूँ। सीसीपी ने परमेश्वर को जानी दुश्मन मानने की ठान ली है और वह अंत तक परमेश्वर के खिलाफ़ लड़ेगी। मुझे बस यह समझ नहीं आ रहा, इस प्रकार परमेश्वर का दुश्मन बनकर सीसीपी का क्या भला होगा? परमेश्वर का इस तरह से विरोध करके, क्या वह देश को ज़्यादा समृद्ध और लोगों को ज़्यादा खुशहाल बना सकती है? व्यवस्था के युग में, परमेश्वर ने मानवजाति के सामने घोषणा की थी: "जो मुझ से बैर रखते हैं, उनके बेटों, पोतों, और परपोतों को भी पितरों का दण्ड दिया करता हूँ, और जो मुझ से प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओं को मानते हैं, उन हज़ारों पर करुणा किया करता हूँ" (निर्गमन 20:5-6)। प्राचीन काल से लेकर मौजूदा समय तक, जिस किसी ने भी परमेश्वर के विरोध में कार्य किया है उनका अंत अच्छा नहीं हुआ है। परमेश्वर पर विश्वास करने की वजह से हम जिस अत्याचार को सहेंगे, वह थोड़े समय के लिए ही होगा। परमेश्वर का विरोध करने के लिए जो सज़ा मिलेगी, वह अनंत काल के लिए होगी। परमेश्वर का धार्मिक स्वभाव उल्लंघन न करनेवाला है।
मा झिजुन: लानत है, तुम यहाँ पर अभी भी सुसमाचार फैलाने और परमेश्वर के लिए गवाही देने की कोशिश कर रही हो। क्या तुम नहीं जानती कि हम कौन हैं? हम शैतान हैं जो परमेश्वर के खिलाफ़ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं! तुम जिसके पक्ष में खड़ी हो, हम उसे नहीं मानते। हम शैतानवादी कार्ल मार्क्स के शिष्य हैं, हम नास्तिक हैं! अगर परमेश्वर वास्तव में भी होता, तब भी मैं उसे नहीं पहचानता। मैं परमेश्वर को स्वीकार करने के बजाय नरक में सड़ना पसंद करूंगा! और तुम अभी भी यहाँ हमारे सामने सुसमाचार का प्रचार करना और परमेश्वर के लिए गवाही देना चाहती हो। मुझे लगता है कि तुम मौत को गले लगाना चाहती हो!
मा बो (एक पुलिसकर्मी): तुममें स्वर्ग के न्याय के बारे में बात करने की हिम्मत है!
लैंग शिन: ठीक है। मैं आज साफ़ तौर पर तुमको दिखा दूँगा कि तुम्‍हारे भाग्य का मालिक कौन है, परमेश्वर या हम। इसे लटका दो!
मा बो: कैसा लग रहा है? मज़ा आ रहा है? अगर तुमने हमें सब कुछ नहीं बताया तो तुम्हारा अच्छे से इलाज किया जाएगा।
लैंग शिन: ये जान लो, तुम जैसे "परमेश्वरवादी लोगों" को ठीक करने के हमारे पास बहुत से तरीक़े हैं। क्या तुम परमेश्वर के लिए गवाही देना और परमेश्वर के प्रति निष्ठा बनाए रखना नहीं चाहती थी? क्या तुम ज़ोरदार गवाही देना नहीं चाहती थी? मैं तुमको यहूदा बनने और परमेश्वर का अनादर करने का मौका देता हूँ। मैं तुम्‍हारी तस्वीरों को इंटरनेट पर प्रकाशित करने वाला हूँ। मैं कहूँगा कि तुम अपनी कलीसिया को बेचकर यहूदा बन गई हो। मैं तुम्हें बदनाम कर दूंगा। मैं ऐसा करूंगा कि तुम्हारी कलीसिया के सभी लोग तुम्‍हारा त्याग करने पर मजबूर हो जायें! तब तुम चाहे कुछ भी कर लो, अपने आपको कभी बेकसूर साबित नहीं कर पाओगी। देखते हैं कि तुम अपनी कलीसिया के लोगों का सामना कैसे करोगी।
जियांग शिनयी: मैं जानती हूँ कि आप ऐसा छल-कपट कर सकते हैं। लोगों को झूठे इलज़ामों में फ़ंसाना, अफवाहें फैलाना और दूसरों की बदनामी करना आप लोगों के आम हथकंडे हैं। लेकिन परमेश्वर धार्मिक हैं। परमेश्वर सब देख रहे हैं। परमेश्वर को पता है कि मैं यहूदा हूँ या नहीं। आप जो कुछ भी कह रहे हैं, उससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता!
"वार्तालाप" फ़िल्म की स्क्रिप्ट से लिया गया अंश

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

आपदा से पहले प्रभु गुप्त रूप से बहुत पहले ही आ गया है। हम उसका स्वागत कैसे कर सकते हैं? इसका मार्ग ढूंढने के लिए हमारी ऑनलाइन सभाओं में शामिल हों।