अंत के दिनों में अक्सर आपदाएं आ रही हैं, हमें प्रभु का स्वागत कैसे करना चाहिए?


हाल के वर्षों में दुनिया भर में हुई आपदाएं अधिक से अधिक गंभीर होती जा रही हैं। भूकंप, बाढ़, सूखा, जंगल की आग, अकाल और बीमारी का प्रकोप अक्सर होना और उनका व्यापक होना मनुष्य के बुरे सपने के सच होने जैसा है; दुनिया एक अस्थिर और अशांत स्थिति में है, युद्ध, हिंसक कार्य, क्षेत्रीय संघर्ष और आतंकवादी हमले अक्सर होते हैं और निरंतर बढ़ते ही जा रहे हैं।ये संकेत प्रभु की वापसी की
भविष्यवाणियों को पूरा करते है: "तुम लड़ाइयों और लड़ाइयों की चर्चा सुनोगे, तो घबरा न जाना क्योंकि इन का होना अवश्य है, परन्तु उस समय अन्त न होगा। क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और जगह जगह अकाल पड़ेंगे, और भूकम्प होंगे। ये सब बातें पीड़ाओं का आरम्भ होंगी।" (मत्ती 24:6-8)(© BSI )बहुत से लोग भ्रमित महसूस करते हैं, " विभिन्न संकेतो से, हम देख सकते हैं कि प्रभु के आने की भविष्यवाणियों मूल रूप से पूरी हो चुकी हैं। तो यह इस कारण से है कि प्रभु को वापस लौटना चाहिए। लेकिन हमने उसका स्वागत क्यों नहीं किया? "। फिर , हम प्रभु का स्वागत कैसे कर सकते हैं? कृपया इस सुसमाचार पेज को देखिए “उद्धार करता पहले से आ चुका है”और वो आपको मार्ग दिखाइएगा की प्रभु की वापसी को कैसे स्वागत करे।
https://hi.kingdomsalvation.org/thesecondcomingofjesus.html
अंत के दिनों की खतरे की घंटी
वर्तमान में, हर गुजरते दिन के साथ सार्वजनिक नैतिकता कमजोर पड़ रही है। मानव जाति उतरोत्तर दुष्ट और भ्रष्ट बन गई है। दुनिया भर में आपदाएँ लगातार घटित हो रही हैं। कदाचित दिखने वाली खगोलीय घटनाएँ भी दिखाई दे रही हैं। प्रभु की वापसी के बारे में बाइबल की भविष्यवाणियाँ पहले ही पूरी हो चुकी हैंI प्रभु की वापसी का दिन पहले से ही यहाँ पर है। कई पवित्र ईसाईयों को पहले से ही पूर्वाभास हो गया है कि प्रभु वापिस आ चुका है ...

आओ नूह के युग के दौरान की मानवता पर पीछे मुड़कर देखते हैं। मनुष्य सभी प्रकार की दुष्ट गतिविधियों में संलग्न था और पश्चाताप करने के लिए उसने विचार भी नहीं किया। किसी ने भी परमेश्वर के वचन को नहीं सुना। उनकी कठोरता तथा बुराई ने परमेश्वर के क्रोध को बढ़ाया और अंत में, वे एक भयंकर बाढ़ की आपदा द्वारा निगल लिये गये। केवल नूह के आठ लोगों के परिवार ने परमेश्वर के वचन को सुना और बच पाने में सफल रहे। अब, अंत के दिन पहले ही आ चुके हैं। मानवता का भ्रष्टाचार और ज्यादा गहरा होता जा रहा है। हर कोई दुष्‍टता की पूजा कर रहा है। सम्पूर्ण धार्मिक जगत, संसार की धारा का अनुसरण कर रहा है। वे सत्य से थोड़ा सा भी प्रेम नहीं करते। नूह के दिन पहले से ही आ चुके हैं! मानवता को बचाने के लिए, मानवता के बीच अंत के दिनों के न्याय के कार्य करने के लिए, परमेश्वर एक बार फिर वापस आ गये हैं। यह आखिरी बार है जब परमेश्वर मनुष्य को बचायेंगे! मानवता को क्या चुनना चाहिए? यह एक सच्ची कहानी है। चूंकि, सिचुआन प्रांत में किंगपिंग जिले के नागरिकों ने बार-बार सर्वशक्तिमान परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार को स्वीकार करने से मना कर दिया है, इसलिए उन्हें आपदा के दो उदाहरणों को झेलना पड़ा है।
प्रचंड सिचुआन भूकंप के दौरान, कई भाई-बहनों जिन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास किया, चमत्कारिक रूप से परमेश्वर द्वारा बचा लिए गये और जीवित रहे। ये तथ्य उन लोगों के लिए गवाह बन चुके हैं: जो परमेश्वर को स्वीकारते हैं और उनकी आज्ञा का पालन करते हैं तथा वे जो परमेश्वर से मना करते हैं और उनका विरोध करते हैं। इन दो प्रकार के लोगों के दो बिल्कुल अलग अंत होते हैं!

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आपदा से पहले प्रभु गुप्त रूप से बहुत पहले ही आ गया है। हम उसका स्वागत कैसे कर सकते हैं? इसका मार्ग ढूंढने के लिए हमारी ऑनलाइन सभाओं में शामिल हों।